चंद्र ग्रहण की दशा लिए,
तुम कैसे दफ्तर आओगे?
किस किस की निगाह से बचोगे,
किस किस को समझाओगे।
या ले लो बैंक का लॉकर,
असली माल रख दो, लॉक कर,
और नकली कोई मूँछ लगा लो,
शोभा की शोभा रहो खटते,
और असली माल लुटने से बचा लो।
न टैन्शन, न बेचैनी, न तनाव,
कहो क्या पसंद आया सुझाव?
मूँछ असली है, रहती बढ़ती,
रख रखाव है करनी पड़ती ।
नकली कोई मूँछ लगालो,
रख रखाव से मुक्ति पा लो।